दिल्ली, एमएम : एक तरफ जहाँ हमारे पड़ोसी देश हमारी सीमा पर लगातार सीमा विवाद में उलझा रहा है। वहीं विश्व के सामरिक देश भारत के तरफ एक आशा भरी नजरों से देख रहा है। भारत को गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में चुना गया। यह 8वीं बार है, जब भारत यूएनएससी का अस्थायी सदस्य बना है। वहीं संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के चुनाव में भारत को भारी समर्थन हासिल हुआ है और देश बहुपक्षीय प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए नेतृत्व देता रहेगा और नया मार्ग प्रशस्त करेगा।
The United Nations member States elect India to the non-permanent seat of the Security Council for the term 2021-22 with overwhelming support. India gets 184 out of the 192 valid votes polled: TS Tirumurti, Permanent Representative of India to the United Nations (file pic) pic.twitter.com/LDpaOSuDiP
— ANI (@ANI) June 17, 2020
भारत 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर चुना गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी ख़ुशी जताई और कहा हमें भारी समर्थन हासिल हुआ और संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने भारत पर जो भरोसा जताया है उससे मैं अभीभूत हूं।’ पीएम मोदी ने कहा है कि भारत वैश्विक शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा।
Deeply grateful for the overwhelming support shown by the global community for India's membership of the @UN Security Council. India will work with all member countries to promote global peace, security, resilience and equity.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2020
बता दें कि, भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के चुनावों में निर्विरोध अस्थायी सदस्य चुन लिया गया है। अब भारत 2021-22 के लिए इस सर्वोच्च संस्था का अस्थायी सदस्य बन गया है। यह 8वीं बार है जब भारत यूएनएससी के अस्थायी सदस्य लिए चुना गया है। भारत को इस चुनाव में 192 में से 184 वोट मिले। वहीं भारत की इस कामयाबी पर चिढ़े पाकिस्तान ने कहा कि सुरक्षा परिषद में नई दिल्ली की अस्थायी सदस्यता हमारे लिए चिंता की बात है।
वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, भारत हमेशा इस मंच से उठाए जाने वाले प्रस्तावों को खारिज करता रहा है, खासकर कश्मीर जैसे मुद्दों को। कश्मीरियों को उनके हक नहीं दिए गए और उनका दमन जारी है। कुरैशी ने कहा, भारत के अस्थायी सदस्य बनने से कोई आसमान नहीं फट पड़ेगा। पाकिस्तान भी सात बार अस्थायी सदस्य रह चुका है।
बता दें कि 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र आमसभा में असेंबली के 75वें सत्र के लिए अध्यक्ष, सुरक्षा परिषद के पांच अस्थायी सदस्यों और आर्थिक व सामाजिक परिषद के सदस्यों का चुनाव किया जाना है।