दिल्ली, एमएम : दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो का लॉकडाउन अब खत्म होने वाला है। कोरोना के चलते पांच महीने से बंद मेट्रो का परिचालन सितंबर से शुरू करने की तैयारी है। यदि मेट्रो से जुड़े सूत्रों की माने तो अनलॉक चार के पहले पखवाड़े में मेट्रो को शुरू करने की मंजूरी दी जा सकती है। मगर यह छूट सशर्त होगी, यानि शुरूआत में सिर्फ सरकारी इमरजेंसी सेवा और कुछ अन्य श्रेणी के यात्रियों को ही यात्रा करने की छूट मिलेगी। जिससे मेट्रो स्टेशनों पर भीड़ इकठ्ठा ना हो।
We have requested Centre to allow re-opening of Delhi Metro in a phased manner, on a trial basis, as #COVID19 situation in Delhi is under control now. I hope the Centre will take a decision soon: Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal pic.twitter.com/wFYeaR9OXo
— ANI (@ANI) August 23, 2020
मेट्रो ने अपने परिचालन से जुड़े मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी पहले ही तैयार कर लिया है। जिसमें यात्रियों को यात्रा करने से पहले कई शर्तों का पालन करना होगा। जिसमें यात्री के अंदर कोरोना के किसी भी तरह के लक्षण (सर्दी, जुखाम, बुखार) ना हो, अगर हुआ तो उसे वापस लौटा दिया जाएगा। मोबाइल में आरोग्य सेतू ऐप अनिवार्य होगा। स्मार्ट कार्ड रखने वाले यात्री ही सफर कर पाएंगे, यानि टोकन नहीं मिलेगा। टोकन लेने वाले सभी काउंटर व टिकट वेंडिग मशीन बंद रहेंगे।
Delhi Metro Rail Corporation shall be prepared to commence operations whenever directed by govt. All necessary guidelines in place to combat the spread of #COVID19 virus shall be implemented & all efforts shall be made to make travel safe for commuters: Executive Director,
DMRC pic.twitter.com/fmaQI31C5a— ANI (@ANI) August 23, 2020
सूत्रों की माने तो दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार को मेट्रो चलाने को लेकर जो प्रस्ताव भेजा है उसके मुताबिक मेट्रो परिचालन के शुरूआती एक सप्ताह में सिर्फ सरकारी कर्मचारियों को ही यात्रा करने का मौका दिया जाए। उसके बाद एक सप्ताह बाद उसका समीक्षा की जाएं। अगर सब ठीक चल रहा तो उसे बाकी लोगों के लिए भी शुरू किया जाएं।
कोरोना के चलते मेट्रो परिचालन में प्रवेश व निकास से लेकर यात्रा करने तक के सभी नियमों में बदलाव किया गया है। मेट्रो स्टेशन पर भीड़ ना हो, इसके लिए स्टेशन के सीमित प्रवेश व निकास गेट खोले जाएंगे। जिससे सभी की ठीक से जांच की जा सके। इसके अलावा मेट्रो की सीट में दो यात्रियों के बीच एक सीट खाली रहेगी। एक कोच में अधिकतम 50 लोग सफर कर पाएंगे। सभी को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेंसिंग पालन कराने के लिए मेट्रो ट्रेन पर स्टेशन पहले की तुलना में 30 सेकेंड अधिक समय के लिए रूकेगी। जिससे वहां ट्रेन में चढ़ने व उतरने के लिए पर्याप्त समय मिले।
बतादें कि अब तक मेट्रो का अब तक कुल 1500 करोड़ के राजस्व का नुकसान हो चुका है। उसी का नतीजा है कि अब उसके पास जापानी कंपनी से लिए गए लोन चुकाने का भी पैसा नहीं है। मेट्रो ने अगस्त से अपने कर्मियों की सैलरी में मिलने वाले भत्ते भी 50 फीसदी कम कर दिया है।