मधुबनी, एमएम : नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र सहित विगत चार दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से एक बार फिर अधवारा समूह की सभी नदियां उफान पर है। नदी-नाले एवं तालाबों का पूर्व से लबालब भरे रहने एवं बहाव का रास्ता बने रहने से पानी बधारों में फैलना शुरू हो गया है। ग्रामीण सड़कों की टूटान से पानी का बहाव तेज होने से एक बार फिर नाव की जरूरत महसूस होने लगी है। धौस, बछराजा, रातो, खिरोई, जमुनी का जलस्तर बढ़ने लगा है। पानी का बढ़ना जारी रहा तो फिर से बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी भूभाग के पूर्व से बाढ़ प्रभावित पंचायतों में दोबारा तबाही मचा सकती है। एक सप्ताह पूर्व आयी बाढ़ के कारण अभी भी दर्जनों परिवार विस्थापितों का जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
बतादें कि मधुबनी में अधवारा समूह की धौंस नदी का पानी लगातार फैल रहा है। बेनीपट्टी प्रखंड के दो दर्जन गांव एक बार फिर बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। इधर, कमला नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। झंझारपुर में कमला बलान 51.55 मीटर पर बह है। यह खतरे के निशान से 1.55 मीटर ऊपर है।
लदनियां थाना क्षेत्र के योगिया गांव निवासी वासुदेव यादव की पत्नी सोनिया देवी के धौरी नदी में डूबने की आशंका है। प्रशासन की देखरेख में एनडीआरएफ टीम पहुंची और महिला की खोज में लगी हुई है। जानकारी के अनुसार, महिला खेत की तरफ फसल देखने गयी थी। इसी क्रम में नदी की धारा में बह गई।
उधर जयनगर में नेपाल के तराई क्षेत्र और कमला नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में कई दिनों से हो रही बारिश के कारण जयनगर में कमला नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। सोमवार को जयनगर में कमला नदी अपने चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है। कभी भी खतरे के निशान को छू सकती है।
कई नदियों के जलस्तर में एक से डेढ़ फुट तक की वृद्धि देखी गयी। इसकी वजह से बाढ़ के फैले पानी के स्तर में भी इजाफा होने लगा है। बाढ़ के पानी से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त बना हुआ है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है।