दिल्ली, न्यूज़ डेस्क एमएम : 15 जून के बाद चीन को भारत हर मोर्चे पर घेरने की हरसंभव कोशिश कर रहा है। चाहे वो सामरिक दृष्टि से हो या आर्थिक दृष्टि से। या फिर कूटनीति से चीन अब सिर्फ बौखला सकता है। भारत समेत दुनियां के कई देश के रडार पर चीन अब चढ़ चूका है। लिहाजा भारत ने अपने पाकिस्तान और चीन से जुड़ी सभी सीमाओं पर सड़क निर्माण काय में और तेजी से काम करा रहा है।
चीन की बेचैनी और आपत्ति के बावजूद भारत सीमा पर सड़कों का काम तेजी से निपटाने में जुटा हुआ है। बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन यानि बीआरओ ने कहा है कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) और लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर चल रहे प्रॉजेक्ट्स को हर हाल में समय पर पूरा किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को साउथ ब्लॉक में इन प्रॉजेक्ट्स की समीक्षा की। बीआरओ चीफ ले. जनरल हरपाल सिंह और दूसरे सीनियर अधिकारियों ने रक्षामंत्री को प्रॉजेक्ट्स की प्रगति के बारे में बताया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज साउथ ब्लॉक में सीमा सड़क संगठन के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर चल रही परियोजनाओं की समीक्षा की: रक्षा मंत्री कार्यालय pic.twitter.com/8fLRxKUf3Y
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 7, 2020
एक घंटे से अधिक समय तक चली इस बैठक में बीआरओ चीफ ले. जनरल हरपाल सिंह ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को चीन और पाकिस्तान सीमा पर बन रही सड़कों का ब्योरा दिया। बीआरओ चीफ ने रक्षामंत्री को बताया कि एलएसी और एलओसी पर प्रॉजेक्ट्स को पूरा करने के लिए कोई प्रयास नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि रक्षा, गृह और सड़क परिवहन मंत्रालय एक साथ मिलकर सभी प्रॉजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।
Border Roads Organisation Chief Lt Gen Harpal Singh briefed Defence Minister Rajnath Singh on the ongoing road construction projects on Line of Actual Control with China & Line of Control with Pakistan. The briefing went on for more than one hour: Defence Ministry officials pic.twitter.com/k7ur56OTbd
— ANI (@ANI) July 7, 2020
गौरतलब है कि भारत एलएसी पर तेजी से सड़कों और इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है, इसी वजह से चिढ़े चीन ने अपने सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भेज दिया था। लेकिन सेना ने सड़कों और पुल का निर्माण जारी रखा है। चीन पहले ही सीमा के नजदीक सड़कों का जाल बिछा चुका है, लेकिन एलएसी के इस पार चल रहे प्रॉजेक्ट्स से उसे दिक्कत है।