नई दिल्लीः लद्दाख के गलवान घाटी में भारत एवं चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद दोनों देश में संबंध में गतिरोध बना हुआ है। सेना के अधिकारी स्तर पर दोनों देशों के बीच बातचीत का नतीज़ा विफ़ल रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में राष्ट्रीय जतना दल और आम आमदी पार्टी को नहीं बुलाया गया। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बृहस्पतिवार शाम सभी दलों के अध्यक्षों को बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया। निमंत्रण नहीं मिलने पर राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सरकार के पूछा कि उनकी पार्टी को बैठक के लिए निमंत्रण क्यों नहीं दिया गया?
Dear @DefenceMinIndia @PMOIndia, Just wish to know the criteria for inviting political parties for tomorrow's #AllPartyMeet on #GalwanValley. I mean the grounds of inclusion/exclusion. Because our party @RJDforIndia hasn't received any message so far.
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 18, 2020
तेजस्वी यादव ने ट्वीट मे लिखा कि प्रिय रक्षा मंत्री एवं पीएमओ सर्वदलीय बैठक में किसी पार्टी को बुलाए जाने की क्य प्रक्रिया उसके विषय में जानना चाहता हूं। आखि़र किस आधार पर पार्टियों को निमंत्रण दिया जाता है, क्योंकि हमारी पार्टी को अभी तक आमंत्रण नहीं मिला है।
Rashtriya Janata Dal is the largest party in Bihar & it has 5 MPs in the Parliament but we have not been invited to today's all-party meeting on #IndiaChinaFaceOff. We want Rajnath Singh ji to clarify as to why RJD hasn't been invited: Bihar Leader of Opposition Tejashwi Yadav pic.twitter.com/1HN8rby3T3
— ANI (@ANI) June 19, 2020
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक़ जिन दलों के सदन में पांच से कम सांसद हैं उन्हें इस सर्वदलीय बैठक का हिस्सा नहीं गया है। जनतब हो कि राज्य सभा में आप के तीन सांसद हैं जबकि पंजाब से पार्टी के लोकसभा सांसद भगवंत मान जीतकर आते हैं, इस प्रकार से दोनों सदनों में पार्टी के 4 सांसद हैं। इस बाबत आप नेता संजय सिंह ने भी केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में हम सरकार में हैं और पंजाब में मुख्य विपक्षी पार्टी हैं, सदन में हमारे 4 सांसद हैं, आखि़र सर्वदलीय बैठक का अर्थ क्या है? केन्द्र में एक अजीबोगरीब सरकार है और उसके फ़ैसले भी समझ से बाहर है।
भारत-चीन सीमा विवाद पर प्रधानमंत्री जी के द्वारा बुलायी गयी बैठक में तीन बार के चुने हुए मुख्यमंत्री व @AamAadmiParty के राष्ट्रीय संयोजक @ArvindKejriwal को न शामिल किया जाना भेदभाव पूर्ण फ़ैसला है । pic.twitter.com/6TH1ptPdx2
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) June 19, 2020
पांच सांसदों वाली थ्योरी पर राजद नेता और राज्य सभा सांसद मनोज झा ने लिखा है कि हमारे पास तो पांच का संख्या बल है फ़िर हमारी पार्टी को इस बैठक से क्यों बाहर किया गया है? शाम पांच बजे वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने जा रही इस बैठक में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा तृमणूल प्रमुख ममता बनर्जी भाग ले सकतीं हैं।