दिल्ली/पटना, एमएम : कौन कहता है कि राजनीति में अच्छे लोग नहीं होते। बिहार के राजनीति में एक से बढ़ कर एक नेता हुए हैं। उन्हीं में से एक थे डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह। समाजवादी आंदोलन से निकले रघुवंश प्रसाद सिंह अब अपनी अंतिम यात्रा पर निकल चुके हैं। रघुवंश बाबू लोकतंत्र को हर वक्त जिंदा रखने की पहल करते रहे, चाहे वह विपक्ष में रहे या सरकार में या फिर पार्टी के अंदर हर फोरम पर उन्होंने लोकतंत्र को सजीव रखने के लिए संघर्ष जारी रखा। लोकतंत्र की जननी वैशाली की भूमि से ताल्लुक रखने वाले रघुवंश सिंह के निधन के बाद चौतरफा शोक की लहर दौड़ गई है। 74 साल की उम्र में दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में रविवार को दिन के 11 बजकर 24 मिनट पर इस दुनियां को अलविदा कह दिया। पिछले 3-4 दिनों से वो मीडिया की सुर्ख़ियों में भी बने हुए थे। कल अचानक साँस उखड़ने लगी तब उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया। लेकिन वो भी उनकी जिंग्दगी लौटा नहीं पाई।
उनके निधन पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, बिहार के मुख्यमंत्री समेत अनेक गणमान्य लोगों ने ट्वीट कर श्रधांजलि दी है।
देश के राष्ट्रपति ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन का समाचार दुखद है। जमीन से जुड़े व ग्रामीण भारत की असाधारण समझ रखने वाले रघुवंश बाबू का कद बहुत ऊंचा था। अपने संतों जैसे सादा जीवन से उन्होंने सार्वजनिक जीवन को विशेष गरिमा प्रदान की। उनके परिवार, समर्थकों व प्रशंसकों को मेरी शोक-संवेदनाएं!
श्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन का समाचार दुखद है। जमीन से जुड़े व ग्रामीण भारत की असाधारण समझ रखने वाले रघुवंश बाबू का कद बहुत ऊंचा था। अपने संतों जैसे सादा जीवन से उन्होंने सार्वजनिक जीवन को विशेष गरिमा प्रदान की। उनके परिवार, समर्थकों व प्रशंसकों को मेरी शोक-संवेदनाएं!
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 13, 2020
देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लिखा – पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता श्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर स्तब्ध हूं! आप प्रबुद्ध सांसद और लोकप्रिय राजनैतिक कार्यकर्ता रहे। अपने लंबे और यशस्वी सार्वजनिक जीवन में दुर्बल वर्गों के हितों और ग्रामीण विकास के सशक्त स्वर रहे।
ग्रामीण विकास के लिए मनरेगा जैसे कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में रघुवंश बाबू का योगदान सदैव याद किया जायेगा।
शोक संतप्त परिजनों, समर्थकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना… ओम शान्ति!— Vice President of India (@VPSecretariat) September 13, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जमीन से जुड़ा और गरीबी को समझने वाला नेता चला गया। जिस विचारधारा से जुड़े, उसी को जीवन भर जिया। उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए लगातार चिंता करता था। उम्मीद थी कि वे जल्द ठीक होकर बिहार की सेवा में लग जाएंगे। वे जिन आदर्शों के साथ चल रहे थे, उनके साथ चलना अब संभव नहीं था। उन्होंने इसे प्रकट भी कर दिया था। बिहार के सीएम को राज्य के विकास को लेकर चिट्ठी भेजी। नीतीशजी से आग्रह करूंगा रघुवंश ने आखिरी चिट्ठी में जो भावनाएं प्रकट की हैं, उसे आप और हम मिलकर पूरा करने का निश्चय करें।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि बिहार के वरिष्ठ राजनेता रघुवंश बाबू के निधन की सूचना से अत्यंत दुःख हुआ। उनका पूरा जीवन लोहिया जी और कर्पूरी ठाकुर जी के विचारों के प्रति समर्पित रहा। गरीब व वंचित वर्ग के कल्याण के लिए उनका समर्पण सदैव याद किया जायेगा। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. ॐ शांति.
बिहार के वरिष्ठ राजनेता रघुवंश बाबू के निधन की सूचना से अत्यंत दुःख हुआ। उनका पूरा जीवन लोहिया जी और कर्पूरी ठाकुर जी के विचारों के प्रति समर्पित रहा। गरीब व वंचित वर्ग के कल्याण के लिए उनका समर्पण सदैव याद किया जायेगा। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति
— Amit Shah (@AmitShah) September 13, 2020
रघुवंश बाबू के निधन के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर गहरा शोक जताया है। नीतीश कुमार ने रघुवंश बाबू के निधन को राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं प्रख्यात समाजवादी नेता डॉ० रघुवंश प्रसाद सिंह जी का निधन दुःखद। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें तथा उनके परिजनों और प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति दें। #RaghuvanshPrasadSinghhttps://t.co/REoTpy0k7K
— Nitish Kumar (@NitishKumar) September 13, 2020
राजद अध्यक्ष लालू यादव ने उनके निधन पर ट्वीट कर लिखा-“प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया? मैंने परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है। लेकिन, आप इतनी दूर चले गए। नि:शब्द हूं। दुःखी हूं। बहुत याद आएंगे।
प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया?
मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है। लेकिन आप इतनी दूर चले गए।
नि:शब्द हूँ। दुःखी हूँ। बहुत याद आएँगे।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 13, 2020
वहीं तेजस्वी ने कहा कि आपने तो कहा था मैं लौटकर आऊंगा और मिल बैठकर बात करेंगे। एक ऐसा नेता जिन्होंने हमेशा गरीबों, शोषितों, मजदूरों, वंचितों के लिए लड़ाई लड़ा। उनकी कमी पार्टी के साथ-साथ पूरे देश को खलेगी।
राजद के मजबूत स्तम्भ, प्रखर समाजवादी जनक्रांति पुंज हमारे अभिभावक पथ प्रदर्शक आदरणीय श्री रघुवंश बाबू के दुःखद निधन पर मर्माहत हूँ।
आप समस्त राजद परिवार के पथ प्रदर्शक, प्रेरणास्रोत व गरीब की आवाज बने रहे!।आपकी कमी राजद व देश को सदैव खलेगी।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 13, 2020
मनोज कुमार झा ने भी ट्वीट करते हुए लिखा है कि एक युग का क्षण भर में कैसे अंत हो जाता है ये #रघुवंशबाबू के अचानक चले जाने से पता चलता है। उनके असामयिक निधन से पूरा राजद परिवार स्तब्ध है। ईश्वर उनके परिवार, मित्रों और पूरे राजद परिवार को इस शोक को सहने की शक्ति दे।
बिहार में कांग्रेस के चुनाव प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं। मेरे साथ उनका स्नेह हर वख़्त बना रहा था। रघुवंशबाबु का निधन बिहार के जन जीवन के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान हो. मेरी संवेदना उनके परिजनों के प्रति है।
रामविलास पासवान ने भी अपने ट्वीट में लिखा है वरिष्ठ नेता रहे रघुवंश प्रसाद सिंह जी का निधन बिहार की राजनीति के लिए बड़ा आघात है। रघुवंश बाबू ने हमेशा मुद्दों पर आधारित राजनीति की और पूरी जिंदगी सामाजिक न्याय और शोषितों, वंचितों व पिछड़ों के हक की लड़ाई लड़ते रहे. ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दें।
इनके अलावे मंत्री नीरज कुमार, मुंगेर सांसद ललन सिंह, शरद यादव, सुशील मोदी, मंगल पांडे समेत बिहार के कई नेताओं और मंत्रियों ने रघुवंश बाबू के निधन पर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की है।