दिल्ली/पटना, एमएम : बिहार चुनाव को लेकर राज्य में चुनावी गतिविधियां तेज होते जा रही हैं। हर राजनीतिक दल ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसके लिए लगातार बैठकों का दौर भी जारी है। इसी को लेकर सोमवार को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संसदीय दल की बैठक दिल्ली में आयोजित हुई। यहां पर पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए।
बैठक के बाद लोजपा ने बताया कि बैठक में यह चर्चा की गई कि 143 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची बनाई जाए और जल्द से जल्द केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजी जाए। यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि बिहार चुनाव के लिए गठबंधन के बारे में सभी निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ही लेंगे।
It was discussed that a list of candidates to be made for 143 Vidhan Sabha seats & sent to central parliamentary board at the earliest. Resolution was also passed that all decisions regarding the alliance for Bihar election have to be taken by the party's national president: LJP https://t.co/mmrcOE94TF
— ANI (@ANI) September 7, 2020
लोजपा के प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी ने जानकारी दी कि गठबंधन को लेकर चिराग जल्द फैसला लेंगे। संसदीय बोर्ड की बैठक में जदयू नेता ललन सिंह के उस बयान पर भी चर्चा की गई जिसमें उन्होंने चिराग को कालीदास बताया था। पार्टी ने ललन सिंह के इस बयान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। गौरतलब है कि पिछले दिनों ललन सिंह ने चिराग की तुलना कालीदास से की थी और कहा था कि वे जिस डाल पर बैठे हैं उसी को काट रहे हैं।
बतादें कि चिराग पासवान पिछले कुछ दिनों से लगातार नीतीश पर हमलावर हैं। वे बिहार सरकार की खामियों को लगातार उजागर कर रहे हैं। रोजगार और स्वास्थ्य समेत कई मुद्दों पर सीएम पर हमला कर रहे हैं। इससे एनडीए के अंदर असहज स्थिति उत्पन्न हो गई है।
वैसे सियासी पंडितों का मानना है कि चिराग का मूड एनडीए छोड़ने का नहीं है। वे सिर्फ सीट शेयरिंग के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। बताया यह भी जा रहा है कि एनडीए में उन्हें 25 से 27 सीट मिल सकती है लेकिन वे 40 सीट से कम पर मानने को तैयार नहीं है।
वहीं लोजपा के बिहार संसदीय बोर्ड के सदस्य सह प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि बिहार चुनाव में लोजपा को 123 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए और जदयू के ख़िलाफ़ प्रत्याशी खड़ा करना चाहिए। बिहार विधानसभा के गहमागहमी के बीच चिराग पासवान आज कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
इधर जेडीयू ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह एलजेपी के साथ सीटों की साझेदारी को लेकर कोई बात नहीं करेगी क्योंकि उसके संबंध परंपरागत रूप से बीजेपी के साथ हैं।