लखनऊ, एमएम : कहते हैं प्रकृति जब नाराज होती है, तब इंसानों पर ना जाने किस-किस तरह की मुसीबत आ जाती है। अभी पूरा विश्व कोरोना वायरस के संक्रमण में सिमटा है। कोरोना संक्रमण के दौर में प्रकृति भी लोगों पर कहर बनकर टूट पड़ी है। ना जाने साल 2020 में लोगों को कैसे-कैसे विपदाओं का सामना करना पड़ेगा। उत्तरप्रदेश में भी मानसून दस्तक दे चुका है । प्रदेश के पूर्वी हिस्से में जमकर बारिश हो रही है। गुरुवार को मानसून की बारिश में प्रदेश में 24 लोगों की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। आपदा प्रबन्धन विभाग द्वारा जारी आंकड़ा के मुताबिक जिसमें से देवरिया में 9, कुशीनगर, फतेहपुर, बलरामपुर व उन्नाव में 1-1, बाराबंकी में 2, अंबेडकनगर में 3, प्रयागराज में 6 लोगों की मौत हुई है। इनके साथ ही 13-14 लोग व्रजपात की चपेट में आने से झुलसे भी हैं। बिजली गिरने से बुरी तरह से झुलसे सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालात गंभीर बताई जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की राहत राशि तत्काल देने के निर्देश दिए हैं। https://t.co/50YkdU2lNL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2020
प्रदेश में हुए इस घटना पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक प्रगट किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की राहत राशि तत्काल देने के निर्देश दिए हैं।
बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला। राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं। इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2020
वहीं इस घटना पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया और कहा है कि राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं। इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।