दरभंगा, एमएम : बिहार में स्वास्थ्य सेवा की क्या हालत है किसी से छुपी नहीं है। खासकर उत्तर बिहार की स्थिति तो और बदतर कही जा सकती है। दरभंगा स्थित डीएमसीएच अस्पताल की स्थिति दयनीय ही कही जाएगी। ऐसे में इलाज के लिए लोगों को पटना दिल्ली जैसे महानगरों में जाना पड़ता है। जिसका खर्च भी सब नहीं उठा सकते हैं। ऐसे में दरभंगा में एम्स बन जाने से दरभंगा सहित आसपास के जिले के लोगों को भी एक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी।
इसी कड़ी में दरभंगा एम्स के निर्माण कार्य में आने वाली लागत को वित्त मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्राइमरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार दरभंगा का यह अस्पताल 750 बेड का होगा और इसके निर्माण पर 1361 करोड़ रुपए खर्च होंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर के आग्रह पर दरभंगा एम्स और राज्य में बन रहे दूसरे सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निर्माण कार्य की रविवार को समीक्षा की। उन्होंने वित्त मंत्रालय से हरी झंडी मिलने की जानकारी देते हुए कहा कि अब काम को तेज गति से कराया जाएगा। दरभंगा एम्स के शुरू हो जाने से उत्तर बिहार के लोगों को काफी लाभ होगा। बतादें कि दरभंगा के सांसद ने अस्पताल के निर्माण कार्य की मौजूदा स्थिति से केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया था। स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे ने निर्माण एजेंसी को यथाशीघ्र कार्य पूरा करने का निर्देश दिया ताकि ओपीडी की व्यवस्था शुरू हो सके।
Bahut achhi khabar. Agar isme rajniti na ho jaye.