पटना, एमएमः बिहार मे राजनीतिक दल के बाद अब चुनाव आयोग भी हरकत मे आ गया है। बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां अब परवान चढऩे लगी हैं। विभाग की ओर से चुनावी प्रक्रिया तेज कर दी गई है। मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर दिए गए आदेश के बाद अब इवीएम के प्रति निर्वाचन आयोग ने गंभीरता दिखाई है। इस बाबत पिछले 48 घंटे में निर्वाचन आयोग ने खुद को चुनाव के लिए तैयार कर लिया है। बूथों का सत्यापन का काम शुरू हो गया है। विभागीय अधिकारियों की बैठक के बाद उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बैजूनाथ कुमार सिंह ने जिलों के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से भी बात की।
निर्वाचन आयोग की मानें तो बिहार के तमाम जिलों में सभी 72 हजार बूथों के भौतिक सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया गया है। 21 जून तक इन्हें पूरा करने का निर्देश दिया गया है। कोरोना संकट व फीजिकल डिस्टेंसिंग को देखते हुए संभव है कि इस बार बूथों को बढ़ाया भी जा सकता है। पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने भी बूथों की संख्या बढाने पर जोर दिया था।
इधर, गुरुवार को निर्वाचन आयोग के साथ बैठक बाद शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एचआर श्रीनिवास ने सभी डीएम-एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान सीइओ ने मतदान केंद्रों, चुनाव संबंधित आपराधिक मामलों की जांच पूरी करने और इवीएम को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। आयोग ने पिछले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान घटित आपराधिक वारदात संबंधित मामलों को त्वरित करने का निर्देश दिया।आयोग ने जिलों में इवीएम को मंगाने, सभी बूथों का फीजिकल निरीक्षण सहित अन्य कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने की ओर ध्यान आकृष्ट किया।